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रानीसती दादी भजन लीरिक्स

Kar chet meri maiya, कर चेत मेरी मैया क्यूं देर लगावे है, रानीसती दादी भजन

कर चेत मेरी मैया, क्यूं देर लगावे हैं।

तर्ज,बचपन की मोहोब्बत को

कर चेत मेरी मैया, क्यूं देर लगावे हैं। कद को तेरे द्वार खड़यो इब क्यूं तरसावे है।

तू गांव झुंझुनू में, आकर के विराजी है। मन में है आश घणी,थारे पर बाजी है।संसार तेरी मैया,नित ज्योति जगावे है।कद को तेरे द्वार खड़यो इब क्यूं तरसावे है।

कर चेत मेरी मैया, क्यूं देर लगावे हैं। कद को तेरे द्वार खड़यो इब क्यूं तरसावे है।

में काली कोसां से हे मात, चल्यो आयो।🌹श्रद्धा के सिवा तेरी,कछु भेंट नही ल्यायो।🌹 तूं अपने भक्तों का,सब काज बनावे है।कद को तेरे द्वार खड़यो इब क्यूं तरसावे है।

कर चेत मेरी मैया, क्यूं देर लगावे हैं। कद को तेरे द्वार खड़यो इब क्यूं तरसावे है।

ए सहस्त्र भुजा वाली, तेरो ही सहारो है।🌹 जब सिर पर हाथ तेरो, के काल विचारों है। तेरी शरणागत के कुन, हाथ लगावे है।कद को तेरे द्वार खड़यो इब क्यूं तरसावे है।

कर चेत मेरी मैया, क्यूं देर लगावे हैं। कद को तेरे द्वार खड़यो इब क्यूं तरसावे है।

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