तर्ज,ये बंधन तो प्यार का बंधन है
जब जब भी इसे पुकारा, कान्हा ने दिया सहारा। यह दूर नहीं है हमसे, बस याद करो इसे मन से।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 कन्हैया तो हमारा साथी है, गरीबों का सहारा है।
हमसे दूर नहीं हैं, करता है रखवाली। जिसने किया भरोसा, कान्हा ने डोर संभाली।🦚🦚 जो उसके पांव पकड़ ले, यह उसका हाथ पकड़ ले। कन्हैया तो हमारा साथी है, गरीबों का सहारा है।
अपनी भगत पे हमेशा, दया किया करते हैं। उसको पार लगाए, जो नाम लिया करते हैं।🦚 यह चार दिनों का जीवन,कान्हा को करदे अर्पण। कन्हैया तो हमारा साथी है, गरीबों का सहारा है।
इसका साथ मिले तो, हर मुश्किल टल जाए। हो घनघोर अंधेरा, मंजिल मिल ही जाए।🦚 बिन पानी नाव चला दे, बनवारी बिगड़ी बना दे। कन्हैया तो हमारा साथी है, गरीबों का सहारा है।
जब जब भी इसे पुकारा, कान्हा ने दिया सहारा। यह दूर नहीं है हमसे, बस याद करो इसे मन से।🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 कन्हैया तो हमारा साथी है, गरीबों का सहारा है।