तर्ज,गाड़ी वाले हमे बिठाले
दो पहिए की गाड़ी तेरी हंस लो गाड़ीवान, डगर पर चलती है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 इंजन इसका अजब बनाया,कारीगर करतार। डगर पर चलती है।
पाप धर्म दो पटरी है,गाड़ी आती जाती है।🌺कर्मका सिग्नल लगता है,गाड़ी वहां रुक जाती है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 लख चौरासी है स्टेशन, करती है यह पार। डगर पर चलती है। दो पहिए…
नौ दस मास बनाने में, इस गाड़ी को लगता है।हाड मास के पिंजड़े, पल पल गाड़ी रचता है ।इस गाड़ी में पुर्जे लगे हैं, नो नाड़ी दस तार। डगर पर चलती है ।दो पहिए…
तत्व के पांच लगे डब्बे, मनका इंजन लगता है। उदर की अग्नि में भाई, दो बार कोयला लगता है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺भजन बैटरी इस गाड़ी की दूर करें अंधियार। डगर पर चलती है। दो पहिए…
ज्ञानी राम जी गार्ड बने, हाथ में झंडी रखते हैं। बुद्धिमान चेकर इसका,टिकट चेक वह करते हैं।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 कहे भक्तगण इस गाड़ी को, समझे समझन हार, डगर पर चलती है। दो पहिए….