सज धज के बैठयो सांवरियो, यो बैठ्यो बैठ्यो मुस्काए। चलो नजर उतारा बाबा की, ओ!!!!! कहीं आज नजर ना लग जावे। सज धज…
मनभावन प्यारी झांकी है, या चितवन बाकी बाकी है। नैना सु नैन मिले ज्योंहि, कोई हुक कालजे बल खावे। सज धज…
होठों रो रंग सुरंगों है, यो बागो भी पचरंगो है। या मुकुट मणि री आभा सूं, प्रेम्या रो मनडो लालचावे।सज धज…
लीलो सेवा में हाजिर है, बाबा रो प्यारो चाकर है। जद श्याम धनी यो हुकुम करे, पगलयां रा घुंघरू झंकावे। सज धज…
जी भरकर प्रभु का दर्श करा,इनके चरना में शीश धरा।माझी केवट मजधारण को,मिलजुल के पार उतर जावे। सज धज..