दिनानाथ मेरी बात छानी कोनी तेरे से।आंखड़ली चुराके बाबा जासि कठे मेरे से।
खाटू वाले श्याम तेरी शरण में आ गयो।श्याम प्रभु रूप तेरो नैना में समा गयो।बिसरावे मत बाबा हार मानी तेरे से।आंखड़ली…
दिनानाथ मेरी बात छानी कोनी तेरे से।आंखड़ली चुराके बाबा जासि कठे मेरे से।
बालक हूं में तेरो श्याम,मुझको निभायले।दुखड़े को मारयो मने,कालजे लगायले। पथ दिखलादे बाबा काढ ले अंधेरे से ।आंखड़ली..
दिनानाथ मेरी बात छानी कोनी तेरे से।आंखड़ली चुराके बाबा जासि कठे मेरे से।
मुरली अधर पे,कदम तल झूमे है। भक्त खड़ा है तेरे चरणों ने चूमे है।खाली हाथ बोल कईयां जाऊं तेरे नेड से।आंखड़ली..
दीनानाथ मेरी बात, छानी कोनी तेरे से,
आंखड़ली चुराकर बाबा, जासी कठे मेरे से |
खाओ हो थे खीर चूरमो लीले ऊपर घूमो हो,
खाओ हो थे खीर चूरमो लीले ऊपर घूमो हो |
सेवका ने बाबा थे, कदे ही कोनी भूलो हो |
टाबरियाँ की झोली भर भेजो थारे डेरे से,
आँखडली चुरा के बाबा जासी कठे मेरे से |
दिनानाथ मेरी बात छानी कोनी तेरे से।आंखड़ली चुराके बाबा जासि कठे मेरे से।