तर्ज,कठ्ठे से आई सुंठ
कठ्ठे सेआयो श्याम,कठ्ठे से आयो शंकर।२। कठ्ठे से आयो हे माता,अंजनी थारो लालो।
खाटू से आयो श्याम,काशी से आयो शंकर।२ यो सालासर से आयो माता,अंजनी थारो लालो।
यो क्यांपर आयो श्याम, यो क्यांपर आयो शंकर। यो क्यांपर आयो ये,माता अंजनी थारो लालो।
लीले पर आयो श्याम,नंदी पर आयो शंकर। यो पवनवेग से आयो माता,अंजनी थारो लालो।
क्यांसे रीझे श्याम यो क्यांस रीझे शंकर।और क्यांसे रीझे ये माता अंजनी थारो लालो।
चूरमा से रीझे श्याम, विजया से रीझे शंकर।लड्डूवन से रीझे ये माता अंजनी थारो लालो।
यो कांई देवे श्याम और कांई देवे शंकर। यो कांई देवे ये माता,अंजनी थारो लालो।
यो संकट काटे श्याम और जीवन देवे शंकर। दुःख दूर करे रे यो माता अंजनी थारो लालो।