तर्ज,सासु लड़ मत लड़ मत
बाबा नट मत नट मत,झोली भर दे।थारे टाबरिया पे महर की नजर कर दे।बाबा…
थारी पूजा नही जानूं,थारी भक्ति नहीं जानूं।भक्ति भाव से दयालु म्हारो,घर भर दे।बाबा..
कोई मंतर नही जानूं,बाबा जंतर नही जानूं। भोलो जानकर बाबा,सिर पे हाथ धर दे।बाबा…
बाबा सोनो नहीं मांगू,बाबा चांदी नही मांगू।थारी चरनां की रज से म्हारी,झोली भर दे।बाबा…
बाबा कोठी नही मांगू,बाबा बंगलो नहीं मांगू।म्हारी झोपड़िया में बाबा थारो,वास करले।बाबा…..