तर्ज,ले के पहला पहला प्यार
तेरा सच्चा है दरबार,तेरी महिमा अपरंपार।तुझको ध्याऊं मनाऊं तुम दे दो दर्शन।
बड़े हो दयालु दाता,यही सुन आए हैं। करके भरोसा बाबा,द्वार तेरे आए है।करते विनती बारंबार,सुन लो भक्तों की पुकार।तुझको ध्याऊं..
करोगे क्षमा जो होगी, भूल जो हमारी। आन पड़े है बाबा,शरण तिहारी।तुम हो जग के पालनहार,तेरी गूंजे जय जयकार।तुझको ध्याऊं
जनम जनम से तुमसे,आश लगाएं। हम दुखियारे बाबा,तेरे गुण गाएं।हमको तेरा ही आधार,नैया भव से कर दो पार।तुझको ध्याऊं