मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है।जब कोई नही आता मेरे श्याम आते है।मेरे दुःख…
मेरी नैया चलती है, पतवार नही होती।⛵⛵किसी और की अब मुझको,दरकार नही होती।में डरता नहीं रस्ते,सुनसान आते है।मेरे दुःख..
कोई याद करे इनको, दुःख हल्का हो जाए।⛵कोई प्रेम करे इनसे,ये उसका हो जाए।⛵⛵ये बिन बोले दुःख को,पहचान जाते है।मेरे दुःख..
ये इतने बड़े होकर दिनों से प्यार करे।⛵⛵ बनवारी छोटे बड़े,सबको स्वीकार करे।⛵⛵हर भक्तों का कहना,ये मान जाते हैं।मेरे दुःख..