तर्ज,ये गोटेदार लहंगा
तुम झोली भरलो रे भक्तों रंग और गुलाल से।होली खेलांगा आपां गिरधर गोपाल से।
कोरा कोरा कलश मंगाकर,उसमे रंग घुलवाना, उसमें रंग घुलाना।🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟 लाल गुलाबी नीला पीला, केशर रंग मिलवाना, केशर रंग मिलाना।🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟 बच बचके रहना उनकी,टेढ़ी मेढी चाल से।होली खेलांगा…..
लाएंगे वो संग में अपनी ग्वाल बाल की टोली,ग्वाल बाल की टोली।🌟🌟🌟🌟🌟 में भी रंग अबीर मलूंगा,और माथे पे रोली,और माथे पे रोली।🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟 गायेंगे फाग मिलके छींका खड़ताल से।🌟🌟 होली खेलांगा….
श्याम पिया की बजे बांसुरिया,ग्वालों के मंजीरे,ग्वालों के मंजीरे।🌟🌟🌟🌟🌟🌟 चंग बजावे ललिता नाचे,राधा धीरे धीरे।राधा धीरे धीरे।🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟 गायेंगे भजन सुहाने, हम भी सुर ताल से। होली खेलांगा आपा गिरधर गोपाल से।