सिद्ध श्री शुभ ओपमा थाने पांव धोक प्रणाम जी। समाचार एक बांचनो थांसू बोहोत जरूरी काम जी। खाटू वाला श्याम ओ म्हारा लीले वाला श्याम जी।समाचार एक………………………………
घणा मान सु लीखां आज थारो उत्सव एक मनानो है। थोड़ा लिख्या ने घनों समझोगा थाने निश्चय आणो है। पहली डाक से भेज्यो कागज यो थारो गुलाम जी।समाचार एक …………………………………
सबकोई राजी खुशी हां थारा नित की मंगल गावे है। और बात सब ठीकठाक पर थारी याद सतावे है। बाट उड़िका थारी महे तो छोड़या जरूरी काम जी। समाचार एक ………………………………..
सेवक थारा घणा उन्मना था बिन बहुत उदास जी। जिम लिया तो चल्लू करल्यो आकर म्हारे पास जी। सौंफ सुपारी पान को बिडलो पच्योडी अजवान जी।समाचार एक……………………………..
भूल चूक सब क्षमा करिज्यो बेगा दर्शन दिज्यो जी। भोला भक्तों के नैना में हरदम बैठा रहज्यो जी।देख देख थाने महे हरसावां मन सु करा प्रणाम जी।समाचार एक……………………………….