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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

shivji tripurari (तर्ज, सीता परणीजे) शिवजी त्रिपुरारी ओ बाघंबर है तन पे भारी

शिवजी त्रिपुरारी ओ बाघंबर है तन पे भरी

शिवजी त्रिपुरारी ओ बाघाम्बर है तन पे भारी,
पार्वती की सखियां मिल सब, गाए गारी।
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भस्म रमाय रहे है यो तो, गल मुंडो की मॉल री,
कर त्रिशूल बजावत डमरू, बैलन असवारी।
शिवजी त्रिपुरारी
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भूत प्रेत संग बन्या री बराती,नाचत दे दे गारी,
सर्प गले बीच मार फुफकारी,डरते नर नारी।
शिवजी त्रिपुरारी।
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शीश जट्टा बीच गंग बिराजे,चंद्र भाल छबि न्यारी,
निरखत सारे पाप हरत है, अपरंपारी।
शिवजी त्रिपुरारी
🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙नाक कान कटया आया बाराती,चाटे पातल थारी।आडा चाले टेढ़ा चाले,देवे गारी,शिवजी त्रिपुरारी।

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