म्हारी झोपड़ी बना दे भगवान किनारों काशी रो। काशी रे किनारे मारी गंगा जमुना। स्नान करूं सुबह शाम,किनारों काशी रो।म्हारी झोपड़ी बना दे भगवान किनारों काशी रो। काशी रे किनारे म्हारो तुलसी रो क्यारो।में तो दीपक करूं सुबह शाम,किनारों काशी रो।म्हारी झोपड़ी बना दे भगवान किनारों काशी रो। काशी रे किनारे म्हारा गुरु सा बिराजे।में […]