बंदे जाग भई अब भोर। रे बंदे जाग भई अब भोर । बहुत सोया जन्म खोया, यहां नहीं कोई तोड़ रे। जाग भई अब भोर । रे बंदे जाग भई अब भोर । लोभ मोह अहंकार तृष्णा।लोभ मोह अहंकार तृष्णा।संग लिन्हीं कोय। पछताओगे आदि अंत से, चाहिहो कोनी और।।बंदे जाग भई अब भोर। रे बंदे जाग […]