मेरे सिर पे मटकी दूध की,भोले को नहावन जाऊं रे।
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मेरा भोला है भंडारी,करता नंदी की सवारी भोलेनाथ रे।
लिख दो म्हारे रोम रोम में राम राम हे उमापति
एकदीन मैया पार्वती,भोले से लगी कहने।
sawan ki katha, सावन की कथा
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Shiv chalisa, शिव चालीसा
जय गणेश गिरिजा सुमन, मंगल मूल सुजान।
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Aarti, Shiv ji, शिव जी की आरती
जय शिव ओंकारा, ओम जय शिव ओंकारा।
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Aarti, Shiv ji, शिवजी की आरती
शीश गंग अर्धंग पार्वती,सदा विराजत कैलाशी