राम जी के नाम का हो कीर्तन जहा,
लगता पहरा हनुमान का वहा,
चारों वेदों में गूंज रहा है जयकारा मेरी मैया का
तेरी हो रही जय जयकार श्याम तेरी हो रही जय जयकार,
काया नगर रे ओले डोले,
ज्ञान पपैया बोले,
माँ है सच्ची सरकार मेरी अम्बें रानी,
करले तू विश्वास रे पगले मैया दौड़ी आएगी,
मेरे सर पे सदा तेरा हाथ रहे,
शेरावाली तू हमेशा मेरे साथ रहे,
ओ मईया तैने का ठानी मन में,
राम-सिया भेज दइ री वन में
राम तुम बड़े कृपालु हो, शाम तुम बड़े दयालु हो।
दीवाना मैं दीवाना महाकाली का मैं दीवाना,
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