फागण के महीने में साळी का मजा ले लो
Category: Holi geet
दारू छोड़ दे परण्योड़ा थार लार लागी रे
गोरा गोरा गाल थारा घूंघटीये में राखिजे।
म्हारी चुंदड़ी को कर दियो नाश सुवो बैरी गजब करयो
चार भायों की बहन लाडेसर बिसु लड़ गया नैन।
चुनड़ी को रंग सुरंग म्हारा शायब जी
रुत आई रे पपैया थारे, बोलण री, रुत आई।
सिरो दाल रो, हो सिरो दाल रो ।
लालर ल्यादे रे नंदड़ का बीरा हरीया ढाका री लालर ल्यादे रे ।
पहन ले पीलो पीलो घागरो
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