मांथ में मेमंद ल्याव गणगौर, रखड़ी उपर दादर मोर।
Category: gangor geet
अतो गेरा गेरा बिरमां दास जी रा छावा बालम रसिया गेरो जी फूल गुलाब रो।
मारी चंद्र गौरजा भलाई नादान गरजा
आठ कपट री इंडूणी म्हारी गवरल गई रे तलाब
ऊँचा धोरा ए म्हारा हरीया जंवारा
आरतो जी आरतो म्हारी गवरा बाई से आरतो
म्हे थांन जोशी रा बेटा बिनवां,
हाथां म छड़ी गुलाब की गौरा सुरज जी बाय बा न जाय
करवा रे आठ कुंवा नो बावड़ी,
इशर दास बीरो चूनड़ी रंगाई बाई सूदरा र दाय नहीं आई
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