आठ कपट री इंडूणी म्हारी गवरल गई रे तलाब राठौरा गैरो जी फूल गुलाब रो।
ओठी- सात सहेल्यां रे झूलर म्हांरी गवरल गई रे तलाब राठौर गैरो जी फूल गुलाब रो।गैरो जी फूल गुलाब रो ।गैरो जी फूल गुलाब से ।
ओठी – आधो जी माटो झब-झब म्हारो भीज सो सिंणगार राठौर
ओठी-सांतूई छल-छल बांवड़ी, म्हारी गवरल रही रे तलाब राठौर ओठी – पाल चढ़ता राजवी म्हारो भरीयो माट ऊँचाई राठौर गैरो जी फूल गुलाब रो
गोरा फोड़ घड़ो कर ठीकरी कोई होयज्या ओ म्हार लार राठौर गैरो जी फूल गुलाब रो।
ओटी बालू रे गुल थारी जीभ न कोई बालू यार ओठीड़ा से साथ रा,गैरो जी फूल गुलाब रो।
ओठी – जाय केवूंली म्हार बाप न थांन हुक्का मं विष देव राठौर गैरो जी फूल गुलाब रो ।ओठी-जाय केंवूली म्हारी मायड़ न थांन भोजनीयां विष देव राठौर,गैरो जी फूल गुलाब रो ।