रिश्ते नाते टूट गए सब,
रूठ गया ये जहान है,
Category: विविध भजन
अरे नारी है गुण की खान कोई जानन वारो जाने,
लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे,
सच्चिदानंद श्री सतगुरु भक्तों साईं नाथ,
सत्यवान के संग में जो तू ब्याह रचावेगी,
मां लक्ष्मी हम भक्तों उपर, दया कभी दिखलाओ
ओ बाबोसा चुरू वाले, मेरा जीवन तेरे हवाले,
जीने का रास्ता ये एक वंशी सिखाती है,
ऐसा रंगया गुरा ने मन मेरा,
मैं राम राम बोलदी फिरा,
जीवन व्यर्थ गवायो, ना मुख से राम नाम गायो
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