Categories
विविध भजन

Are nari hai gun ki khan koi janan wari jane,अरे नारी है गुण की खान कोई जानन वारो जाने,

अरे नारी है गुण की खान कोई जानन वारो जाने,

अरे नारी है गुण की खान कोई जानन वारो जाने,
कोई जानन वारो जाने, कोई मानन वारो जाने,
अरे वह नर है पशु समान जो नारी कदर ना जाने,
अरे नारी है गुण की खान कोई जानन वारो जाने…..



नारी के हनुमान हुए थे लांग समुंदर पार गए थे,
अरे जाने लंका दई जलाए कोई जानने वालों जाने,
नारी है गुण की खान…..



नारी के हरिश्चंद्र हुए थे अपने वचन से नहीं हटे थे,
अरे जो बिक गए बीच बाजार कोई जानने वालों जाने,
नारी है गुण की खान…..



नारी के श्रीराम हुए थे पिता बचन से नहीं हटे थे,
अरे गए 14 बरस बनवास कोई जानने वालों जाने,
नारी है गुण की खान…..



नारी के श्री कृष्ण हुए थे अपने वचन से नहीं हटे थे,
अरे जाने गिरवर लिए उठाए कोई जानने वालों जाने,
नारी है गुण की खान…..



नारी के मोरध्वज हुए थे अपने वचन से नहीं हटे थे,
अरे जिसने आरा दीया चलाएं कोई जानने वालों जाने,
नारी है गुण की खान…..



नारी के नरसी जी हुए थे अपने बचन से नहीं हटे थे,
अरे जिस ने सब कुछ दिया लुटाए कोई जानने वाला जाने,
नारी है गुण की खान…..

अरे नारी है गुण की खान कोई जानन वारो जाने,
कोई जानन वारो जाने, कोई मानन वारो जाने,
अरे वह नर है पशु समान जो नारी कदर ना जाने,
अरे नारी है गुण की खान कोई जानन वारो जाने…..

Leave a comment