अयोध्या नगरी, आज सोने री भई, आज सोने री भई, राजा री नगरी, आज सोने री भई ।।
Category: राम भजन लिरिक्स
मंदोदरी रावण को रही समझाएं, सिया ना साधारण नारी।
लक्ष्मण के बान लाग्यो शक्ति,लक्ष्मण के।
चिंता करे बलाये हमारी इस माया जंजाल की,
अयोध्या नगरी, आज सोने री भई,
मन भाये सखी री, सिया के सजना।।
सीता राम जी प्यारी,
राजधानी लागे,
सिया लेने को आए रघुरायी।
कहां से ले आया ऐसी शुघर नार तपसी की।
जो राम को लाए है,हम उनको लाएंगे,
You must be logged in to post a comment.