मेरे तो आधार सीता राम के चरणारविन्द
Category: राम भजन लिरिक्स
चलो राम दरबार मदारी बंदर आया है।
भीलनी की कुटिया में आ गये राम।
जानकी की वजह से ना मैं मर सका।
सिया खेले जनक दरबार बरस भई सात की।
कब आएंगे रघुवीर मुंदरी बोल जरा।
क्या करें सीता बिचारी राम जोगी बन गए।
काले काले कागा मीठा मीठा बोल आज मेरे राम ने आना है।
कनक भवन के अंदर बैठे, सियापति रघुनाथ
वन में मच रही हाहाकार घोड़ा पकड़ लियो लव कुश ने।
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