आज्या मनमोहन मिरां मेड़तनी बुलावे
Category: मीरा बाई भजन लिरिक्स
अरज मीरा री सुन रे सांवरिया
अब तो मान कयो मेरी माय सांवरियो परणाय
राणा जी तेरी एक न मानूंगी, रोज सत्संग में जाऊंगी।
श्यामसुंदर म्हारे बसे तन मन में,
मने सांची सांच बता दे मीरा कुंन से गोपाल।
सत्संग में बैठ मीरा गोपाल भजन गाए
लटा खोल बैरागन हो गई।
मीरां लागो रंग हरी
मीरा बाई नचदी, साँवरे नूं दसदी,
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