भोले मोहे ले चल हरि के द्वार
Author: Pushpanjali
आगरे का घाघरा मैं लाई शेरावालिये।आगरे का घाघरा मैं लाई शेरावालिये। मैं लाई शेरावालिये ले आई शेरावालिये। आगरे का घाघरा मैं लाई शेरावालिये।आगरे का घाघरा मैं लाई शेरावालिये। हरिद्वार से गंगा लाई, चंदन लाई काशी से।हरिद्वार से गंगा लाई, चंदन लाई काशी से। वृन्दावन से माला लाई पहनों शेरावालिये। आगरे का घाघरा मैं लाई शेरावालिये।आगरे का […]
आगरे को घाघरों में, लाई शेरावालिए
झूला झूलन चली आई हो जगदम्बा भवानी
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएगा।
मासूम सी गुड़िया मेरी, सबकी है तू धड़कन
छ महीने मैया इंतजार किया है। प्यार किया है मां तुम्हे प्यार किया है
मेरा सांवरा मेरे पास
छोटी सी उमर में गुरु सा बनाया
ढोलक की होवे झंकार, मां तेरे मन्दिर में।
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