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Meri chunri ke laga daag piya by prakash Gandhi lyrics,मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया

मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया।दाग पिया ओजी दाग पिया।दाग पिया ओजी दाग पिया।मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया।मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया।



पाँच तत्त्व की बनी या चुनरिया।पाँच तत्त्व की बनी या चुनरिया।मन मूरख अभिमान किया।मन मूरख अभिमान किया।मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया।मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया।

धोबत फिरु मे दाग न छूटे।धोबत फिरु मे दाग न छूटे। तन मन धन कुर्बान किया।तन मन धन कुर्बान किया।मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया।मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया।

सतगुरु धोबी मिले सहज में।सतगुरु धोबी मिले सहज में। दाग जिगर का साफ किया।दाग जिगर का साफ किया।दाग जिगर का साफ किया।मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया।मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया।

झिलमिल झिलमिल करे या चुनरिया।झिलमिल झिलमिल करे या चुनरिया। कोट भान प्रकाश किया।कोट भान प्रकाश किया।मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया।मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया।

कहत कमांली कबीर थारी बाली।कहत कमांली कबीर थारी बाली। अमरापुर में वास किया।अमरापुर में वास किया।मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया।मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया।



मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया।दाग पिया ओजी दाग पिया।दाग पिया ओजी दाग पिया।मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया।मेंरी चुनरी के लागया दाग पिया।

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