सजनी हमारी धुंऐदार है, सुरत से लगती थानेदार है।सजनी हमारी धुंऐदार है, सुरत से लगती थानेदार है।
दिन में डराती यह आँखो से, रातों को डंडे बरसाती है।दिन में डराती यह आँखो से, रातों को डंडे बरसाती है।सजनी हमारी धुंऐदार है, सुरत से लगती थानेदार है।सजनी हमारी धुंऐदार है, सुरत से लगती थानेदार है।
सजधज कल्बो में वो जाती है, डीस्को डांस दिखाती है ।सजधज कल्बो में वो जाती है, डीस्को डांस दिखाती है ।होटल में खाना वह खाती है, मेरे को चुना लगाती है।सजनी हमारी धुंऐदार है, सुरत से लगती थानेदार है।
रातो को बिस्तर मैं लगाता हुँ, फिर उसके पांव में दबाता हूँ ।निंन्दो में खर्राटे वो भरती है, बच्चों को लोरी मैं सुनाता हूँ।सजनी हमारी धुंऐदार है, सुरत से लगती थानेदार है।सजनी हमारी धुंऐदार है, सुरत से लगती थानेदार है।
बाहर मैं शेर बनकर फिरता हूँ, घर मैं बिल्ली बन जाता हूं। सात जन्मो से बंधी डोर है, सुबोध घणौ चितचौर है। सजनी हमारी धुंऐदार है, सुरत से लगती थानेदार है।
सजनी हमारी….