आज्या साँवरिया तू द्रोपदी की लाज बचा जा रे,लाज बचा जा चीर बढ़ा जा बेगो आजा रे।आज्या साँवरिया,
द्रोपदी `म आज साँवरिया विपदा पड़गी भारी रे ।-२ पांचू पांडव आज मने जुअ म हारी रे -२
आज्या साँवरिया तू म्हारी बिगड़ी बात बणा जा रे।आज्या साँवरिया,
सोनो हारयो चाँदी हारी अब है म्हारी बारी रे -२
भरी सभा में दुष्ट दुशासन कर उघाड़ी रे -२
आज्या साँवरिया तू द्रोपदी को चीर बढ़ा जा रे
आज्या साँवरिया,
राजा रानी आँख मिचली सासू सुसरा म्हारा रे -२ महाभारत म आज सत की बाजी हारी रे – -२ नी
आज्या साँवरिया अब सत की पथ तन निभाणी रे।आज्या साँवरिया,
द्रोपदी की अर्जी सुन ली साँवरिया गिरधारी रे -२ कृष्ण कन्हैया मुरली वालो चीर बढ़ायो रे -२
आयो साँवरिया ओ भरी सभा म चीर बढायो रे अरे भरी सभा में लाज बचाके मान बढ़ायो रे।