मेंहन्दी राचणी रो पेड़, लगादे रसीया मेंहन्दी राचणी रो। बिना कजर सुहागण, मेंहन्दी कोन्या राच। मेंहन्दी राचणी,
कठ तो बुआयूं थारो, झीणो-झीणो कजरो।कठ तो बुआयूं थारो, झीणो-झीणो कजरो।कठ तो बुआयूं थारो, झीणो-झीणो कजरो। कठ तो बुआयूं बुंटो रचणी को र।मेंहन्दी राचणी,
बागा मं बुआयो म्हारो, झीणो-झीणो कजरो।बागा मं बुआयो म्हारो, झीणो-झीणो कजरो।बागा मं बुआयो म्हारो, झीणो-झीणो कजरो। सेजां म बुआद्यो बुंटो रचणी को र,मेंहन्दी राचणी,
काहे स सींचायूं थारो, झीणो-झीणो कजरो।काहे स सींचायूं थारो, झीणो-झीणो कजरो।काहे स सींचायूं थारो, झीणो-झीणो कजरो। स्थानी काहे स सींचायूं बूंटो रचंणी को,मेंहन्दी राचणी,
दुधड़ल्या सींचाद्यो म्हारो, झीणो-झीणो कजरो।दुधड़ल्या सींचाद्यो म्हारो, झीणो-झीणो कजरो।दुधड़ल्या सींचाद्यो म्हारो, झीणो-झीणो कजरो। घीवड़ल्या सींचाद्यो बुंटो रचणी को र,मेंहन्दी राचणी,
काहे म रचावां थारो, झीणो-झीणो कजरो।काहे म रचावां थारो, झीणो-झीणो कजरो।काहे म रचावां थारो, झीणो-झीणो कजरो। काहे म रचावां बुंटो रचणी को र,मेंहन्दी राचणी,
पलकां म रचावां म्हारो, झीणो-झीणो कजरो ।पलकां म रचावां म्हारो, झीणो-झीणो कजरो ।पलकां म रचावां म्हारो, झीणो-झीणो कजरो ।हाथा म रचाद्यो बुंटो रचणी को र,मेंहन्दी राचणी,