गंगोर पुजल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।। रहो सदा सुहागन ,ईशर वर मिल्सी थाने बैंनडयां।अब देर करो ना, सोलह सिंगार करके निसरो।गंगोर पुजल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।।
पानी पिलाओ पीपल ने थे, मोली बांधो जाए।पानी पिलाओ पीपल ने थे, मोली बांधो जाए। दीप जलाओ भाव से ,थारो सुखी रहे संसार।गंगोर पुजल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।।अब देर करो ना, सोलह सिंगार करके निसरो।गंगोर पुजल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।।
काजल मेहंदी हिंगलु री, थे देओ टिकी सात।काजल मेहंदी हिंगलु री, थे देओ टिकी सात। देओ परिक्रमा पीपल रे ,कहो सहाय करो मेरी मां।गंगोर पुजल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।।अब देर करो ना, सोलह सिंगार करके निसरो।गंगोर पुजल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।।
ईशर और गणगौर री जोड़ी, साग पूजो आज।ईशर और गणगौर री जोड़ी, साग पूजो आज। भोग लगाओ प्रेम सु ,थारो बरत सफल हो जाए।गंगोर पुजल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।।अब देर करो ना, सोलह सिंगार करके निसरो।गंगोर पुजल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।।
लखन चौधरी गीत लिखे हैं, सुनीता स्वामी गाय। गणगौर ने पूजने सु , थारो अमर होवे सुहाग।गंगोर पुजल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।।अब देर करो ना, सोलह सिंगार करके निसरो।गंगोर पुजल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।।