तर्ज,में हूं छोरी मालण की
आगरे को घाघरों में, लाई शेरावालिए।२।
आगरे को घाघरो, जयपुर की चुनरिया।२। दिल्ली के जड़े हैं, सितारे शेरावालिए।🌺आगरे को घाघरों में, लाई शेरावालिए।२।
कलकत्ते से नथली लाई,झुमका लाई बरेली का।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺हीरों का ये हार मां,और चूड़ी शेरावालिए।आगरे को घाघरों में, लाई शेरावालिए।२।
कानपुर से सिंदूर लाई,सुरमा लाई मेरठ का।२।सुरमा लाई मेरठ का,मां सुरमा लाई मेरठ का।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺पंजाबी पाजेब में तो,लाई शेरावालिए।आगरे को घाघरों में, लाई शेरावालिए।२।
टाटा की तलवार तेरी,त्रिशूल बोकारो का।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺जिंदल की लाया में तो, ढाल शेरावालिए।आगरे को घाघरों में, लाई शेरावालिए।२।
चुन चुन कलियां मैया, सेज बिछाये।२।उसपर मैया रानी,तुझको बिठाये।🌺🌺भाग मेरा जागे,तुम जगादो शेरावालिए।आगरे को घाघरों में, लाई शेरावालिए।२।
सब भक्त मिलकर तेरी,आश लगावे।२।चरणों में तेरे मैया,शीश को झुकावे।२।🌺प्रेमी जन जाए तुझ पे,वारी शेरावालिए।आगरे को घाघरों में, लाई शेरावालिए।२।