भज नांदेश्वर महाराज निरंजन निका,निरंजन निका। मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का।मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का।
ओ देवा बड़ा भुजंगी नाग सर्प दो काला।सर्प दो काला। थारे हिवड़ा में सोह हार गले रुंड माला। भज नादेश्वर महाराज निरंजन निका। मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का।भज नांदेश्वर महाराज निरंजन निका,निरंजन निका। मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का।मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का।
कोई बाघअंबर की खाल, बिछावन बंकी।बिछावन बंकी। पार्वता डोले बाम, हाथ ले पंखी।पार्वता डोले बाम, हाथ ले पंखी। भज नादेश्वर महाराज निरंजन निका, मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का ।भज नांदेश्वर महाराज निरंजन निका,निरंजन निका। मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का।मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का।
ओ देवा आक धतूरा सभी मसालो करके।मसालो करके। थाने पावे गवरजा भांग का प्याला भरके। भज नादेश्वर महाराज निरंजन निकों, मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का ।भज नांदेश्वर महाराज निरंजन निका,निरंजन निका। मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का।मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का।
ओ देवा कानों में कुंडल जोत, जिगा मिग झलके।जिगा मिग झलके। होटा पर ललुआ चांद सूरज दो पलकें।भज नादेश्वर महाराज निरंजन निकों, मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी को ।भज नांदेश्वर महाराज निरंजन निका,निरंजन निका। मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का।मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का।
ओ देवा रट रट रावण जाए सेवना किनी।सेवना किनी। प्रसन भऐ महाराज लंका लिख दिनी। भज नादेश्वर महाराज निरंजन निका।मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का ।भज नांदेश्वर महाराज निरंजन निका,निरंजन निका। मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का।मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का।
ओ देवा सब देवा में आप बड़ा हो देवा।बड़ा हो देवा।कोई सबल सिंह राठौड़ करे थारी सेवा। भज नादेश्वर महाराज निरंजन निका, मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का।भज नांदेश्वर महाराज निरंजन निका,निरंजन निका। मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का।मैं धरु हमेशा ध्यान सदा शिव जी का।