अरे मौकों लाग्यो तो दिन में बोल देऊली।अरे मौकों लाग्यो तो दिन में बोल देऊली।रात ने किवाड़ छैला खोल देंऊंली ।रात ने किवाड़ छैला खोल देंऊंली ।रात ने किवाड़ छैला खोल देंऊंली ।
मौको लाग्यो तो , दिन में बोल देऊली।रात ने किवाड़ छैला खोल देंऊंगी ।
जोबन म्हारो झोला खावे, कदर न जानी मारूजी।जोबन म्हारो झोला खावे, कदर न जानी मारूजी। आधी रात भटकतो आवे, पीकर देसी दारूडी। ल्यावेगो बोतल तो ढक्कन, खोल देऊंगी।ल्यावेगो बोतल तो ढक्कन, खोल देऊंगी।रात ने किवाड़ छैला, खोल देंऊंली ।रात ने किवाड़ छैला खोल देंऊंली ।
सुखा लड्डू वासी भुजिया, मने कोनी भावे है।सुखा लड्डू वासी भुजिया, मने कोनी भावे है। चोखोड़ा हलवाई रा पेड़ा, घणा चोखा लागे है। ल्यावेगों रसगुल्लो तो निचोड़ देऊंली।ल्यावेगों रसगुल्लो तो निचोड़ देऊंली। रात ने किवाड़ छैला, खोल देंऊंली ।अरे रात ने किवाड़ छैला खोल देंऊंली ।
अरे मौकों लाग्यो तो दिन में बोल देऊली।अरे मौकों लाग्यो तो दिन में बोल देऊली।रात ने किवाड़ छैला खोल देंऊंली ।रात ने किवाड़ छैला खोल देंऊंली ।रात ने किवाड़ छैला खोल देंऊंली ।
ढोळिया की राखी हूं, नीवार दिन म खींच क। बालम म्हारो सोयो छैला, देखो घोड़ा बेच क। टेम से आवलो तो, पंपोळ देऊंली।रात ने किवाड़ छैला, खोल देंऊंली ।अरे रात ने किवाड़ छैला खोल देंऊंली ।
लाल घाघरो छत पर दिख, समझी घर म स्याणो ह। हरी ओढ़णी सूख छत पर, छैला थान आणो ह। अंधेरा म आगळ, म टटोळ लेऊंली।रात ने किवाड़ छैला, खोल देंऊंली ।अरे रात ने किवाड़ छैला खोल देंऊंली ।
अरे मौकों लाग्यो तो दिन में बोल देऊली।अरे मौकों लाग्यो तो दिन में बोल देऊली।रात ने किवाड़ छैला खोल देंऊंली ।रात ने किवाड़ छैला खोल देंऊंली ।रात ने किवाड़ छैला खोल देंऊंली ।