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श्याम भजन लिरिक्स

Shyam tera kaisa naata,बता दे सांवरे मुझको यह तेरा कैसा नाता है,shyam bhajan

बता दे सांवरे मुझको यह तेरा कैसा नाता है

मैं जब भी मांगता तुझसे तू मुझको देता जाता है। कभी इंकार न करता न देने से कतराता है। बता दे सांवरे मुझको यह तेरा कैसा नाता है। यह तेरा कैसा नाता है। यह अपना कैसा नाता है, श्याम कैसा नाता है।

अपने दिल की सारी बातें, तुमसे मैं बताता हूं। तेरे सिवा यह हाथ में अपना, कहीं नहीं फैलाता हूं। मैं जो भी चाहता तुझसे, तू मुझको देता जाता है।कभी इंकार न करता न देने से कतराता है। बता दे सांवरे मुझको यह तेरा कैसा नाता है। यह तेरा कैसा नाता है। यह अपना कैसा नाता है, श्याम कैसा नाता है।

मेरे जीवन की हर उलझन, को तू ही सुलझाता है। फसी भंवर जीवन की नैया, तू ही पार लगाता है। मैं मांगू रास्ता तुझसे, तू मुझको देता जाता है।कभी इंकार न करता न देने से घबराता है। बता दे सांवरे मुझको यह तेरा कैसा नाता है। यह तेरा कैसा नाता है। यह अपना कैसा नाता है, श्याम कैसा नाता है।

तेरे होते मेरी किस्मत, कभी नहीं यह रोती है। खुली किताबें ख्वाहिशों की कुंदन बंद ना होती है। मैं रखता वास्ता तुझसे तू मुझको देता जाता है।कभी इंकार न करता न देने से घबराता है। बता दे सांवरे मुझको यह तेरा कैसा नाता है। यह तेरा कैसा नाता है। यह अपना कैसा नाता है, श्याम कैसा नाता है।

मैं जब भी मांगता तुझसे तू मुझको देता जाता है। कभी इंकार न करता न देने से कतराता है। बता दे सांवरे मुझको यह तेरा कैसा नाता है। यह तेरा कैसा नाता है। यह अपना कैसा नाता है, श्याम कैसा नाता है।बता दे सांवरे मुझको यह तेरा कैसा नाता है। यह तेरा कैसा नाता है। यह अपना कैसा नाता है, श्याम कैसा नाता है।

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