Categories
Holi geet

Ghunghat khol de bhaya ki bhawaj hiyo bilkhe,घूँघट खोलदे भाया की भावज हियो बिलखे घूँघट खोलदे,holi geet

घूँघट खोलदे भाया की भावज, हियो बिलखे घूँघट खोलदे

घूँघट खोलदे भाया की भावज, हियो बिलखे घूँघट खोलदे।हियो बिलखे रे जीयो बिलखे
घूँघट खोलदे भाया की भाभज हियो बिलखे घूँघट खोलदे।

चाँद के चाँदणीये  गोरी की पायलडी घड़ीजे रे।चाँद के चाँदणीये  गोरी की पायलडी घड़ीजे रे।
अरे बिजली के चाँदणे में नीरखे रसियो, घूँघट खोलदे।घूँघट खोलदे भाया की भभाज हियो बिलखे घूँघट खोलदे

चाँद के चाँदणीये  गोरी की रखड़ी घड़ीजे रे।चाँद के चाँदणीये  गोरी की रखड़ी घड़ीजे रे।
अरे बिजली के चाँदणे में नीरखे रसियो घूँघट खोलदे।घूँघट खोलदे भाया की भभाज हियो बिलखे घूँघट खोलदे

चाँद के चाँदणीये  गोरी को गलपटीयो घड़ीजे रे।चाँद के चाँदणीये  गोरी को गलपटीयो घड़ीजे रे।
अरे बिजली के चाँदणे में नीरखे रसियो घूँघट खोलदे।घूँघट खोलदे भाया की भभाज हियो बिलखे घूँघट खोलदे।

चाँद के चाँदणीये  गोरी की तगड़ी घड़ी जे रे।चाँद के चाँदणीये  गोरी की तगड़ी घड़ी जे रे।
अरे बिजली के चाँदणे में नीरखे रसियो घूँघट खोलदे।घूँघट खोलदे भाया की भभाज हियो बिलखे घूँघट खोलदे

घूँघट खोलदे भाया की भावज, हियो बिलखे घूँघट खोलदे।हियो बिलखे रे जीयो बिलखे।
घूँघट खोलदे भाया की भाभज हियो बिलखे घूँघट खोलदे।

Leave a comment