तर्ज, लेकर पहला पहला प्यार
आई पहली पहली बार, कोई जान ना पहचान, कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल।कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल।
पहला प्यार मैंने सासुल का पाया, सासूल ने मुझसे लाड लडाया।पहला प्यार मैंने सासुल का पाया, सासूल ने मुझसे लाड लडाया। ओ बिल्कुल मम्मी जैसा प्यार, कोई जान ना पहचान,कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल।आई पहली पहली बार, कोई जान ना पहचान, कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल।कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल।
दूजा प्यार मैंने जिठनी का पाया, जिंठनी ने प्यार से मुझे अपनाया।दूजा प्यार मैंने जिठनी का पाया, जिंठनी ने प्यार से मुझे अपनाया। ओ बिल्कुल भाभी जैसा प्यार ,कोई जान ना पहचान,कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल।आई पहली पहली बार, कोई जान ना पहचान, कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल।कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल।
तीसरा प्यार मैंने ननदी का पाया, नन्दी ने हंस के गले से लगाया।तीसरा प्यार मैंने ननदी का पाया, नन्दी ने हंस के गले से लगाया। ओ बिल्कुल बहना जैसा प्यार,कोई जान ना पहचान,कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल।आई पहली पहली बार, कोई जान ना पहचान, कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल।कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल।
पूरा प्यार मैंने साजन का पाया, सजन ने मुझको अपना बनाया।पूरा प्यार मैंने साजन का पाया, सजन ने मुझको अपना बनाया। पाया प्यार बेशुमार हो गई जान और पहचान,,कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल।आई पहली पहली बार, कोई जान ना पहचान, कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल।कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल।