आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में। शुभ दिन आया शुभ दिन आया शुभ दिन आया रे।आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।
बाबाजी ने ब्याह रचाया दादी मंगल गावे। ताऊजी ने व्याह रचाया ताई मंगल गावे। ढोल बाजे मंज़ीरा बाजे और बाजे शहनाई। शहनाई बाजे रे बाबुल के दरबार में।आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।
पापाजी ने ब्याह रचाया ममी मंगल गाए। चाचाजी ने ब्याह रचाया चाची मंगल गाए। ढोल बाजे मजीरा बाजे और बाजे नगाड़े।शहनाई बाजे रे बाबुल के दरबार में।आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।
मौसा जी ने ब्याह रचाया मासी मंगल गावे। फूफाजी ने ब्याह रचाया बुआ मंगल मावे। ढोल बाजे मंज़ीरा बाजे और बाजे नगाड़े।
शहनाई बाजे रे बाबुल के दरबार में। आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।
नाना जी ने ब्याह रचाया नानी मंगल गावे। मामा जी ने ब्याह रचाया मामी मंगल गावे। भैया जी ने ब्याह रचाया भाभी मंगल गावे।ढोल बाजे मंज़ीरा बाजे और बाजे नगाड़े।
शहनाई बाजे रे बाबुल के दरबार में। आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।आज शुभ दिन आया रे बरसों के इंतज़ार में।