घर बार मंदिर आज हुआ है,खुशियाँ आई चल के दुआरे।आगमन की शुभ घड़ी आई
आ गये सबके पालन हारे,ऐसा सजा दरबार तेरा है।जैसा सजा संसार मेरा है,घर आये भगवान।
नगरी नगरी में दीप जला दो,अयोध्या में राम आ गये।सारी दुनिया को आज सजादो,अयोध्या में राम आ गये।नगरी नगरी में दीप जला दो,
अयोध्या में राम आ गये।सारी दुनिया को आज सजादो,अयोध्या में राम आ गये।जय जय राम सीता राम सीता राम जय जय राम।जय जय राम सीता राम सीता राम जय जय राम।
स्वामी स्वामी हैं,जो दिल हैं करने दो।
आज तुम रोको ना,ऐ नैना बहाने दो।
मुझे तुम चरणों में,प्रभु के रहने दो।
आज तुम रोको ना,ऐ नैना बहाने दो।
कितनी प्रतीक्षा नैनों ने की है,कितनी परीक्षा भक्तों ने दी हैं।आज मिला परिनाम।
तीनो लोक के हैं जो स्वामी,हे आपने धाम आ गये।सारी दुनिया को आज सजादो,
अयोध्या में राम आ गये।
नगरी नगरी में दीप जला दो,अयोध्या में राम आ गये।
जय जय राम सीता राम सीता राम जय जय राम,जय जय राम सीता राम सीता राम जय जय राम।जय जय राम सीता राम सीता राम जय जय राम।जय जय राम सीता राम सीता राम जय जय राम