पहले जन्म शिकार कहायो, दूसर जन्म कछुआ के पायो। तीसर जन्म केवट घर आयो,तब चरण प्रभु राम के पायो।
ऐसे रचना रचाये जो लागद होगे मोर,कुंवर कुंवर पावला राम बंध देना तोर।ऐसे रचना रचाये जो लागद होगे मोर,कुंवर कुंवर पावला राम बंध देना तोर।,कुंवर कुंवर पावला राम बंध देना तोर।,कुंवर कुंवर पावला राम बंध देना तोर।ऐसे रचना रचाये जो लागद होगे मोर
कठवा के डोगर चलत घर के मोई गुजारा। ईही मोर माई बाप ईही मोर सहारा।कठवा के डोगर चलत घर के मोई गुजारा। ईही मोर माई बाप ईही मोर सहारा।ईही मोर माई बाप ईही मोर सहारा। पथरा से ही नारी डोला बन जाहि मोर।कुंवर कुंवर पावला राम बंध देना तोर।कुंवर कुंवर पावला राम बंध देना तोर।
सगर सगा कौन नैन वर पनीला। मुड़ मां हाथ रखे अटके रिहिस कमी हा।सगर सगा कौन नैन वर पनीला। मुड़ मां हाथ रखे अटके रिहिस कमी हा। महुमा डारे सिंग परगे पुरखा हा मोर।कुंवर कुंवर पावला राम बंध देना तोर।कुंवर कुंवर पावला राम बंध देना तोर।
ऐसे रचना रचाये जो लागद होगे मोर,कुंवर कुंवर पावला राम बंध देना तोर।ऐसे रचना रचाये जो लागद होगे मोर,कुंवर कुंवर पावला राम बंध देना तोर।,कुंवर कुंवर पावला राम बंध देना तोर।,कुंवर कुंवर पावला राम बंध देना तोर।ऐसे रचना रचाये जो लागद होगे मोर