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विविध भजन

Mat tode ghar me khatiya kirtan me aaja ek ghadi,मत तोड़े घर में खटिया कीर्तन में आजा एक घड़ी

मत तोड़े घर में खटिया कीर्तन में आजा एक घड़ी

तर्ज, तुम लीले चढ़ के आजा

मत तोड़े घर में खटिया कीर्तन में आजा एक घड़ी।कीर्तन में आजा एक घड़ी,कीर्तन में आजा एक घड़ी।मत तोड़े घर में खटिया कीर्तन में आजा एक घड़ी।कीर्तन में आजा एक घड़ी,कीर्तन में आजा एक घड़ी।

कीर्तन में कैसे आऊं चाबी के फेरों में पड़ी।कीर्तन में कैसे आऊं चाबी के फेरों में पड़ी।चाबी को बहू को सौपो ,कीर्तन में आ जाजा एक घड़ी।मत तोड़े घर में खटिया कीर्तन में आजा एक घड़ी।कीर्तन में आजा एक घड़ी,कीर्तन में आजा एक घड़ी।

कीर्तन में कैसे आऊं, मेरी काया दुखे है पड़ी पड़ी।कीर्तन में कैसे आऊं, मेरी काया दुखे है पड़ी पड़ी। काया से तीर्थ कर ले कीर्तन में आज एक घड़ी।मत तोड़े घर में खटिया कीर्तन में आजा एक घड़ी।कीर्तन में आजा एक घड़ी,कीर्तन में आजा एक घड़ी।

कीर्तन में कैसे आऊं महलन के सोच में पड़ी पड़ी।कीर्तन में कैसे आऊं महलन के सोच में पड़ी पड़ी। बहू बेटों में सब बाटो,कुछ अपने लिए भी रखो कीर्तन में आ जाए एक घड़ी।मत तोड़े घर में खटिया कीर्तन में आजा एक घड़ी।कीर्तन में आजा एक घड़ी,कीर्तन में आजा एक घड़ी।

कीर्तन में कैसे आऊं बूढ़े के सोच में पड़ी पड़ी।कीर्तन में कैसे आऊं बूढ़े के सोच में पड़ी पड़ी। बाको हरी से ने लगाई दे, कीर्तन में आ जाए एक घड़ी।मत तोड़े घर में खटिया कीर्तन में आजा एक घड़ी।कीर्तन में आजा एक घड़ी,कीर्तन में आजा एक घड़ी।

कीर्तन में कैसे आऊं पोते के प्यार में पड़ी पड़ी।कीर्तन में कैसे आऊं पोते के प्यार में पड़ी पड़ी। पोते को पढ़ने भेजो कीर्तन में आजा एक घड़ी।मत तोड़े घर में खटिया कीर्तन में आजा एक घड़ी।कीर्तन में आजा एक घड़ी,कीर्तन में आजा एक घड़ी।

मत तोड़े घर में खटिया कीर्तन में आजा एक घड़ी।कीर्तन में आजा एक घड़ी,कीर्तन में आजा एक घड़ी।मत तोड़े घर में खटिया कीर्तन में आजा एक घड़ी।कीर्तन में आजा एक घड़ी,कीर्तन में आजा एक घड़ी।

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