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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Parde ke pichhe Jo parda nashi hai,पर्दे के पीछे जो पर्दा नशीं है मेरा सांवरा है यह मुझको यकीं है,krishna bhajan

पर्दे के पीछे जो पर्दा नशीं है ,मेरा सांवरा है यह मुझको यकीं है






पर्दे के पीछे जो पर्दा नशीं है,पर्दे के पीछे जो पर्दा नशीं है ,मेरा सांवरा है यह मुझको यकीं है मेरा सांवरा है यह मुझको यकीं है।पर्दे के पीछे जो पर्दा नशीं है,पर्दे के पीछे जो पर्दा नशीं है ,मेरा सांवरा है यह मुझको यकीं है ।मेरा सांवरा है यह मुझको यकीं है।



पर्दे में रहने की आदत पड़ी है,
रुलाने की जाने की आदत पड़ी है।पर्दे में रहने की आदत पड़ी है,
रुलाने की जाने की आदत पड़ी है।
दिल लूटने का शौकीन वही है।पर्दे के पीछे जो पर्दा नशीं है,पर्दे के पीछे जो पर्दा नशीं है ,मेरा सांवरा है यह मुझको यकीं है ।मेरा सांवरा है यह मुझको यकीं है।




हर कोई बैठा है पलके बिछाए,
कब बाहर आए वो कब बाहर आएहर कोई बैठा है पलके बिछाए,
कब बाहर आए वो कब बाहर आए।
आएगा बाहर वो यही है कहीं है पर्दे के पीछे जो पर्दा नशीं है,पर्दे के पीछे जो पर्दा नशीं है ,मेरा सांवरा है यह मुझको यकीं है ।मेरा सांवरा है यह मुझको यकीं है।



बढ़ती ‘मधुप’ जब दिल ए बेकरारी,
आता है बाहर हो बांके बिहारीबढ़ती ‘मधुप’ जब दिल ए बेकरारी,
आता है बाहर हो बांके बिहारी।
रंगीला रसीला हो बड़ा ही हंसी है पर्दे के पीछे जो पर्दा नशीं है,पर्दे के पीछे जो पर्दा नशीं है ,मेरा सांवरा है यह मुझको यकीं है ।मेरा सांवरा है यह मुझको यकीं है।

पर्दे के पीछे जो पर्दा नशीं है,पर्दे के पीछे जो पर्दा नशीं है ,मेरा सांवरा है यह मुझको यकीं है ।मेरा सांवरा है यह मुझको यकीं है।

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