कैसा चक्कर चलाया रे, मैया जी तेरी चुनरी ने।
उड़ उड़ चुनरी, कैलाश पर पहुंची। भोले जी को भरमाया रे, मैया जी तेरी चुनरी ने।🌺 कैसा चक्कर चलाया रे,मैया जी तेरी चुनरी ने।
उड़-उड़ चुनरी, बैकुंठ में पहुंची। लक्ष्मी जी को भरमाया रे, मैया जी तेरी चुनरी ने।🌺 कैसा चक्कर चलाया रे, मैया जी तेरी चुनरी ने।
उड़-उड़ चुनरी, ब्रह्मलोक में पहुंची। ब्रह्मा जी को भरमाया रे, मैया तेरी चुनरी ने।🌺 कैसा चक्कर चलाया रे, मैया जी तेरी चुनरी ने।
उड़-उड़ चुनरी, अयोध्या में पहुंची। सीता जी को भरमाया रे, मैया जी तेरी चुनरी ने। कैसा चक्कर चलाया रे, मैया जी तेरी चुनरी ने।
उड़-उड़ चुनरी, बरसाने में पहुंची। राधा जी को भरमाया रे, मैया जी तेरी चुनरी ने।🌺 कैसा चक्कर चलाया रे, मैया जी तेरी चुनरी ने।
उड़-उड़ चुनरी, भक्तों के घर पहुंची। भक्तों को जगाया रे, मैया जी तेरी चुनरी ने।🌺 🌺कैसा चक्कर चलाया रे, मैया जी तेरी चुनरी ने।