दरबार में बनते हैं काम मावड़ी, पर्चे यह देखे कई बार मावड़ी। झोली सब की भर्ती हर बार मावडी ,पापी को भी देती है तार मावड़ि। तेरा झुंझुनू में दरबार, प्यारा प्यारा सिंगार, भक्तों पर दादी प्यार मने अच्छा लागे से। तेरी चुनरी की छांव, पार करती जो नाव, देख भगता को भाव मन अच्छा लगे से।तेरा झुंझुनू में दरबार, प्यारा प्यारा सिंगार, भक्तों पर दादी प्यार मने अच्छा लागे से। तेरी चुनरी की छांव, पार करती जो नाव, देख भगता को भाव मन अच्छा लगे से।
दादी मावस पर मेला थारा होवे भारी। दर्शन को आते लाखों नर नारी। दरबार में बनते हैं काम मावडी। पर्चे हैं देखे कई बार मावड़ी। थारी मेहंदी रची लाल, देखो चुनरी या लाल, तारे अपने तू लाल मन अच्छा लगे से। तेरे दर पर आना, चरणों में बैठ जाना, भाव दिल का सुनाना मन अच्छा लगे से।थारी मेहंदी रची लाल, देखो चुनरी या लाल, तारे अपने तू लाल मन अच्छा लगे से। तेरे दर पर आना, चरणों में बैठ जाना, भाव दिल का सुनाना मन अच्छा लगे से।
थारे दर आके हो जावे जी राजी। देख थाने हिवडो जो खिल जासी।दरबार में बनते हैं काम मावड़ी, पर्चे यह देखे कई बार मावड़ी।चाले थारे पर ही जोर, सतीयारी सिरमौर, खींचा आना तेरी और मन अच्छा लगे से। निखिल माई को रिझाना, माई में ही रम जाना, माई नाम गुण गाना मन अच्छा लगे से।चाले थारे पर ही जोर, सतीयारी सिरमौर, खींचा आना तेरी और मन अच्छा लगे से। निखिल माई को रिझाना, माई में ही रम जाना, माई नाम गुण गाना मन अच्छा लगे से।
ओम श्री रानी सत्ये नमः,ओम श्री रानी सत्ये नमः,ओम श्री रानी सत्ये नमः,ओम श्री रानी सत्ये नमः,ओम श्री रानी सत्ये नमः,ओम श्री रानी सत्ये नमः,ओम श्री रानी सत्ये नमः,