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Sada shil santosh Gyan sab hirday me rakhna,सदा शील संतोष ज्ञान सब हृदय में रखना व्रत एकादशी करना,ekadashi bhajan

सदा शील संतोष ज्ञान सब हृदय में रखना। व्रत एकादशी करना

सदा शील संतोष ज्ञान सब हृदय में रखना। व्रत एकादशी करना।सदा शील संतोष ज्ञान सब हृदय में रखना। व्रत एकादशी करना।

ग्यारस के दिन उठ सवेरे जंगल में जाना। समझ नर दांतन नहीं करना। नहाई धोई आसन पर बैठो राम नाम जपना।व्रत एकादशी करना।व्रत एकादशी करना।सदा शील संतोष ज्ञान सब हृदय में रखना। व्रत एकादशी करना।व्रत एकादशी करना।

ग्यारस के दिन उठ सवेरे मंदिर में जाना। समझ नर परिक्रमा करना। तुलसी ले चरनामृत लेना हरि दर्शन करना,व्रत एकादशी करना।व्रत एकादशी करना।सदा शील संतोष ज्ञान सब हृदय में रखना। व्रत एकादशी करना।व्रत एकादशी करना।

ग्यारस के दिन अन नहीं खाना निर्मल हो जाना। समझ मन मन नहीं भटकाना।समझ मन मन नहीं भटकाना। बारश के दिन करो पालना ब्रह्म भोज करना।व्रत एकादशी करना।व्रत एकादशी करना।सदा शील संतोष ज्ञान सब हृदय में रखना। व्रत एकादशी करना।व्रत एकादशी करना।

ग्यारस के दिन झूठ नहीं बोले पापों से डरना। समझ नर राम के घर जाना।समझ नर राम के घर जाना। चावत चुगली थारी मारी नर्कों का गहना।व्रत एकादशी करना।व्रत एकादशी करना।सदा शील संतोष ज्ञान सब हृदय में रखना। व्रत एकादशी करना।व्रत एकादशी करना।

मीरा के प्रभु गिरधर नागर हरि सुमिरन करना। समझ नर मुक्ति पा जाना।समझ नर मुक्ति पा जाना। काम क्रोध मद लोभ छोड़कर हरि दर्शन करना।व्रत एकादशी करना।व्रत एकादशी करना।सदा शील संतोष ज्ञान सब हृदय में रखना। व्रत एकादशी करना।व्रत एकादशी करना।

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