गैल मेरे बाबा डमरू वाला मने डरना क्या इनका। गले में पहरे जो सर्प की माला, में भगत सु इनका।
यूं तो मेरा बाबा से भोला पर, महाकाल भी बन जावे। डगमक डगमग हाले से धरती जब तांडव छिड़ जावे।यूं तो मेरा बाबा से भोला पर, महाकाल भी बन जावे। डगमक डगमग हाले से धरती जब तांडव छिड़ जावे। आवे प्रलय नेत्र खुल जा तीसरा जब इसका।गैल मेरे बाबा डमरू वाला मने डरना क्या इनका। गले में पहरे जो सर्प की माला, में भगत सु इनका।
भांग बेरा ना पीवे ना पीवे, जहर पिया था जरूर। सृष्टि खातिर कंठ उसने नील करया था जरूर।भांग बेरा ना पीवे ना पीवे, जहर पिया था जरूर। सृष्टि खातिर कंठ उसने नील करया था जरूर। भोगी नहीं वो योगी से न कोई दूसरा इस भर का।गैल मेरे बाबा डमरू वाला मने डरना क्या इनका। गले में पहरे जो सर्प की माला, में भगत सु इनका।
गैल मेरे बाबा डमरू वाला मने डरना क्या इनका। गले में पहरे जो सर्प की माला, में भगत सु इनका।