सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।मदन मोहन के गुण गाउ।मदन मोहन के गुण गाउ।सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।
शीश पे मोर मुकुट सोहे । पगन पैजनिया मन मोहे।शीश पे मोर मुकुट सोहे । पगन पैजनिया मन मोहे। कमर पितांबर झिलमिल होए, ना मुख से वर्णन कर पाऊं।सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।मदन मोहन के गुण गाउ।मदन मोहन के गुण गाउ।सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।
कानन में कुंडल है आला।गले में वैजयंती माला।कानन में कुंडल है आला।गले में वैजयंती माला। अधर मुरली प्यारी लागे मोहे, सुनु तो मन सुख पाऊं।सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।मदन मोहन के गुण गाउ।मदन मोहन के गुण गाउ।सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।
या लट मुख पर काली काली। चाल मोहन की मतवाली।या लट मुख पर काली काली। चाल मोहन की मतवाली। लटक लटकन प्यारी लागे मोहे, देखूं तू मन सुख पाऊं।सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।मदन मोहन के गुण गाउ।मदन मोहन के गुण गाउ।सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।
या लट भय रासबिहारी के। शब्द वृषभान दुलारी के।या लट भय रासबिहारी के। शब्द वृषभान दुलारी के। सफल बिनु जीवन कैसे होय। जुगल चारणन में सिर नाऊ।सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।मदन मोहन के गुण गाउ।मदन मोहन के गुण गाउ।सखी री मेरे मन अभिलाषा होय मदन मोहन के गुण गाउ।