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Chugli karni chod ri budhiya karle bhajan budhape me,चुगली करनी छोड़ री बुढ़िया करले भजन बुढ़ापे में

चुगली करनी छोड़ री बुढ़िया करले भजन बुढ़ापे में।

चुगली करनी छोड़ री बुढ़िया करले भजन बुढ़ापे में।चुगली करनी छोड़ री बुढ़िया करले भजन बुढ़ापे में।



एक दिन भजन करो मीरा ने,
आ गए श्याम गिलसिया में,
चुगली करनी छोड़ री बुढ़िया करले भजन बुढ़ापे में।चुगली करनी छोड़ री बुढ़िया करले भजन बुढ़ापे में।



एक दिन भजन करो द्रुपद ने,
आ गए श्याम चुनरिया में,
चुगली करनी छोड़ री बुढ़िया करले भजन बुढ़ापे में।चुगली करनी छोड़ री बुढ़िया करले भजन बुढ़ापे में।



एक दिन भजन करो नरसी ने,
आ गए श्याम नगरिया में,
चुगली करनी छोड़ री बुढ़िया करले भजन बुढ़ापे में।चुगली करनी छोड़ री बुढ़िया करले भजन बुढ़ापे में।



एक दिन भजन करो हरिश्चंद्र ने,
आ गए श्याम गगरिया में,
चुगली करनी छोड़ री बुढ़िया करले भजन बुढ़ापे में।चुगली करनी छोड़ री बुढ़िया करले भजन बुढ़ापे में।



एक दिन भजन करो मोरध्वज ने,
आ गए कान्हा आरे में,
चुगली करनी छोड़ री बुढ़िया करले भजन बुढ़ापे में।चुगली करनी छोड़ री बुढ़िया करले भजन बुढ़ापे में।

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