तर्ज, तुम अगर साथ देने का वादा करो
तेरी बंसी पे पागल है सारा जहां, गर में उसको चुरा लूं तो कैसा रहे।तेरी बंसी पे पागल है सारा जहां, गर में उसको चुरा लूं तो कैसा रहे।
अपनी आंखों का काजल बना कर तुम्हें गर में तुमको छुपा लूं तो कैसा रहे।अपनी आंखों का काजल बना कर तुम्हें गर में तुमको छुपा लूं तो कैसा रहे।तेरी बंसी पे पागल है सारा जहां, गर में उसको चुरा लूं तो कैसा रहे।
लोग कहते हैं छलिया बड़े हो मोहन।लोग कहते हैं छलिया बड़े हो मोहन।दिल सबका ही छलते हो तुम ओ मोहन। गर में आदत ये छलने की तेरी छुड़ा,तुझको अपना बना लूं तो कैसा रहे।
तेरी बंसी पे पागल है सारा जहां, गर में उसको चुरा लूं तो कैसा रहे।तेरी बंसी पे पागल है सारा जहां, गर में उसको चुरा लूं तो कैसा रहे।