Categories
विविध भजन

bahu do ghut chay bana de me pike jaau satsang me,बहु दो घुट चाय बना दे मैं पीके जाऊं सत्संग में

बहु दो घुट चाय बना दे मैं पीके जाऊं सत्संग में।

बहु दो घुट चाय बना दे मैं पीके जाऊं सत्संग में।बहु दो घुट चाय बना दे मैं पीके जाऊं सत्संग में।मैं पीके जाऊं सत्संग में।मैं पीके जाऊं सत्संग में।बहु दो घुट चाय बना दे मैं पीके जाऊं सत्संग में।

सासु गोबर बुहारी कर ले तू के लेगी सत्संग में। आहे मैं तो 64 साल गवाई,  मने इब तो राम रटन दे। हे इब तो राम रटन दे। मने इब तो राम रटन दे।बहु दो घुट चाय बना दे मैं पीके जाऊं सत्संग में।

बहु ताती रोटी पो दे,में खाके जाऊं सत्संग में।बहु ताती रोटी पो दे,में खाके जाऊं सत्संग में। है सासु बालका का टिफिन बना दे तूं के लेगी सत्संग में।आहे मैं तो 64 साल गवाई,  मने इब तो राम रटन दे। हे इब तो राम रटन दे। मने इब तो राम रटन दे।बहु दो घुट चाय बना दे मैं पीके जाऊं सत्संग में।

बहु बस का भाड़ा दे दे में जाऊं वृंदावन में।बहु बस का भाड़ा दे दे में जाऊं वृंदावन में। है सासु बालका की फीस भरण दे,के लेगी वृंदावन में।आहे मैं तो 64 साल गवाई, मने इब तो राम रटन दे। हे इब तो राम रटन दे। मने इब तो राम रटन दे।बहु दो घुट चाय बना दे मैं पीके जाऊं सत्संग में।

बेटे ने दे दिया भाड़ा में चाल रही सत्संग में।बेटे ने दे दिया भाड़ा में चाल रही सत्संग में।बहु गोबर बुहारी कर ले में तो चाल पड़ी सत्संग में।आहे मैं तो 64 साल गवाई, में तो चाल पड़ी सत्संग में। हे इब तो राम रटन दे। मने इब तो राम रटन दे।बहु दो घुट चाय बना दे मैं पीके जाऊं सत्संग में।

Leave a comment