वृंदावन बोले मोर सखी री वृंदावन बोले मोर।वृंदावन बोले मोर सखी री वृंदावन बोले मोर।
उड़ उड़ मोर कदम चढ़ बैठे।कदम चढ़ बैठे।कदम चढ़ बैठे।कदम चढ़ बैठे।कदम चढ़ बैठे।बैठे पंख मरोड़,सखी री वृंदावन बोले मोर।वृंदावन बोले मोर सखी री वृंदावन बोले मोर।
झड़ झड़ पंख गिरे बागों में।गिरे बागों में।गिरे बागों में।गिरे बागों में।गिरे बागों में।बीने नंदकिशोर,सखी री वृंदावन बोले मोर।वृंदावन बोले मोर सखी री वृंदावन बोले मोर।
इन पंखों का मुकुट बनाया।मुकुट बनाया।मुकुट बनाया।मुकुट बनाया।मुकुट बनाया।पहने नंदकिशोर,सखी री वृंदावन बोले मोर।वृंदावन बोले मोर सखी री वृंदावन बोले मोर।
धन्य धन्य हो मांत देवकी।मांत देवकी।मांत देवकी।मांत देवकी।मांत देवकी।जीने जाया नंद किशोर,सखी री वृंदावन बोले मोर।वृंदावन बोले मोर सखी री वृंदावन बोले मोर।
धन्य धन्य है माता यशोदा।माता यशोदा।माता यशोदा।माता यशोदा।माता यशोदा।जीने पाया नंदकिशोर सखी री वृंदावन बोले मोर।वृंदावन बोले मोर सखी री वृंदावन बोले मोर।
कहां पर रहते कहां पर चुगते।कहां पर चुगते।कहां पर चुगते।कहां पर चुगते।कहां पर चुगते। कहां पर करते किलोल सखी री, वृंदावन बोले मोर।वृंदावन बोले मोर सखी री वृंदावन बोले मोर।
यमुना में रहते बागों में चुनते।बागों में चुनते।बागों में चुनते।बागों में चुनते।बागों में चुनते।राधा संग करत कलोल सखी री वृंदावन बोले मोर।वृंदावन बोले मोर सखी री वृंदावन बोले मोर।
धन्य धन्य है वृंदावन नगरी।वृंदावन नगरी।वृंदावन नगरी।वृंदावन नगरी।वृंदावन नगरी। जहां खेले नंद किशोर सखी री वृंदावन बोले मोर।वृंदावन बोले मोर सखी री वृंदावन बोले मोर।